Monday, September 29, 2014

तुम्हारी बातें ..!!

जब तुम कहती हो 
प्यार भरी बातें 
तो लगता हैं जैसे -
कोयल ने कूक लगायी है ||

हस्ती हो जब तुम 
मेरी प्यार भरी बातों को सुनकर 
तो लगता है जैसे -
मोतियों की लड़ी अपनी कला दिखाई हो ||

रास्ते में चलती हो 
जब तुम बलखाके 
तो लगता है जैसे -
सावन की काली घटा पगलाई है ||

जब देखती हो तुम मुझे 
प्यार भरी नज़रो से 
तो लगता है जैसे -
दिल के सुने बागो मे बसंत बहार आयी है ||

मेरी नज़रे जब कभी फिसल कर 
तुम्हारे गोरे गालो पे पड़ती है 
तो लगता है जैसे -
मैख़ाने से निकलकर शराब की प्याली आयी है ||

अनजान अब तुम्हारे उस चांदी सा बदन का
 क्या तारीफ़ करूँ ..
तेरी हर एक अंग में बिजली समायी है ||

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